बहुमूल्य रत्नों का शरीर पर प्रभाव
सौर मंडल के भी हर ग्रह की अपनी ही आभा है, जैसे सूर्य स्वर्णिम, चन्द्रमा दूधिया, मंगल लाल, बुध हरा, बृहस्पति पीला, शुक्र चाँदी जैसा चमकीला, शनि नीला। प्रत्येक ग्रह की अलग अलग आभा भी मानव शरीर के सातों चक्रों को अलग अलग तरह से प्रभावित करती है। रत्न इन्हीं का प्रतिनिधित्व करते हैं। शरीर पर धारण करने पर ये रत्न इन ग्रहों की रश्मियों के प्रभाव को कई गुणा बढ़ा देते हैं।
रत्न - ग्रह - प्रभाव
१ - माणिक्य - सूर्य - शरीर की ऊष्णता को नियंत्रित करता है, मानसिक संतुलन देता है
२ - मोती - चन्द्रमा - भावनाओं को नियंत्रित करता है
३ - मूंगा - मंगल - शरीर की ऊष्णता को बढ़ाता है, पाचन क्षमता बढ़ाता है
४ - पन्ना - बुध - बौद्धिक क्षमताओं की वृद्धि करता है, संतुलन सिखाता है
५ - पुखराज - बृहस्पति - आध्यात्मिक उन्नति देता है, ज्ञान का बेहतर प्रयोग करना सिखाता है
६ - हीरा - शुक्र - प्रेम और सौन्दर्य के प्रति सकारात्मकता देता है, समृद्धि देता है
७ - नीलम - शनि - न्याय, तकनीकी ज्ञान, तार्किकता बढ़ाता है
८ - गोमेद - राहु - शरीर के हार्मोन्स को संतुलित करता है
९ - वैदूर्य - केतु - शरीर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को रोकता है